डाकघर की लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों में आधा प्रतिशत तक बढ़ोतरी की गई है। ये ब्याज दरें एक अप्रैल 2012 से लागू होंगी। यह वर्ष 2012-13 के लिए वैध होंगी। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में सोमवार को यह जानकारी दी गई। विज्ञप्ति के मुताबिक डाकघर की लोकप्रिय मासिक आय योजना (एमआईएस) की ब्याज दर 0.3 प्रतिशत बढ़ाकर 8.2 से 8.5 प्रतिशत की गई है।
सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) की ब्याज दर को 0.2 प्रतिशत बढ़ाकर 8.6 से 8.8 प्रतिशत किया गया है। बचत जमा खाते पर ब्याज दर पूर्ववत चार प्रतिशत ही रखी गई है। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी), जिनकी परिपक्वता अवधि पांच-दस साल है उन पर क्रमश: ब्याज की दर 8.6 और 8.9 प्रतिशत होगी। इनके ब्याज में 0.2 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।
गौरतलब है कि इससे पहले सरकार ने दिसंबर 2011 में डाकघर बचत खातों पर ब्याज दर को 3.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत किया था। इसी तरह एमआईएस और पीपीएफ पर ब्याज दरें क्रमश: 8.2 प्रतिशत और 8.6 प्रतिशत की गई थीं। ब्याज दरों में यह बढ़ोतरी का यह फैसला श्यामला गोपीनाथ समिति की सिफारिशों के आधार पर किया गया था।
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